रिश्वत कांड को उजागर करने वाले को मिली जान से मारने की धमकी पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच शुरू
पिथौरागढ़। पुलिस दरोगाओं के रिश्वत कांड को उजागर करने वाले पीड़ित को जान से मारने की धमकी मिली है। अज्ञात व्यक्ति ने उसे फोन कर न्यायालय में सुनवाई के लिए दिल्ली पहुंचने पर मौत के घाट उतारने की चेतावनी दी है। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। कनालीछीना विकासखंड के सुरुण निवासी उमेश कुमार ने जुलाई 2023 में ग्रिफ में तैनात हरियाणा
निवासी अनिल सिंह और ममता देवी
मामले की जानकारी फिलहाल मुझे नहीं है। थानाध्यक्ष इसमें बेहतर बता सकते हैं। परवेज अली, सीओ, पिथौरागढ़।
के खिलाफ धमकी देने के आरोप में पुलिस को तहरीर दी थी।
मामले को रफा-दफा करने के लिए कनालीछीना के तत्कालीन थानाध्यक्ष जावेद हसन ने आरोपी से 70,000 रुपये रिश्वत के तौर पर बलुवाकोट थाने में तैनात महिला एसआई मीनाक्षी देव के खाते में डलवाए।
पीड़ित की शिकायत पर हुई विभागीय जांच में इसकी पुष्टि भी हुई लेकिन मामला सार्वजनिक नहीं
हुआ और विभाग ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकता निभा दी।
पीड़ित की गुहार पर बीते दिनों कुमाऊं कमिश्नर के निर्देश पर जांच रिपोर्ट उन्हें भेजी गई है तब दोनों दरोगाओं की यह कारस्तानी सार्वजनिक हुई। पीड़ित लगातार दोनों दरोगाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है। इसी बीच पीड़ित को जान से मारने की धमकी मिली है।
पीड़ित ने पुलिस को सौंपी तहरीर
में कहा कि सितंबर में मामले को लेकर दिल्ली न्यायालय में तारीख है। उसके फोन पर उसे संबंधित तारीख में पहुंचने पर जान से मारने की धमकी मिली है।
वहीं संबंधित ने उससे फिरौती की भी मांग की है। पीड़ित उमेश कुमार ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
थानाध्यक्ष कनालीछीना दिनेश चंद्र विष्ट ने कहा कि मामले में वीएनएस की धारा 352 के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।