(खबर महेन्द्र पाल मौर्य )मुंबई में आयोजित आर्म रैसलिंग चैंपियनशिप में बाजपुर की मां – बेटी ने किया उत्तराखंड का नाम रोशन।
रुद्रपुर- महिलाएं पुरुषों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है यह साबित करके दिखा दिया है बाजपुर की बन्ना खेड़ा निवासी जग प्रीत कौर सिद्धू और बलविंदर कौर सिद्धू ने , देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार खेलों को लेकर अत्यंत गंभीर हैं और वह देश को खेलों की दुनिया में प्रथम देखना चाहते हैं उसी क्रम को लेकर महिलाएं भी बढ़-चढ़कर खेलों में हिस्सा ले रही है जी हां हम बात करेंगे उत्तराखंड के बाजपुर की जहां पर मां बेटी ने अपने शहर और प्रदेश का नाम रोशन देश के साथ-साथ अब आर्म रैसलिंग की एशियाई चैंपियनशिप में भी किया है। बाजपुर निवासी जगप्रीत कौर सिद्धू सीनियर वूमेन अंडर 65 में एशियन आर्म रेसलिंग में मुंबई के ओरिका होटल में आयोजित एशिया आर्म रैसलिंग कप 2024 में सिल्वर मेडल जीता है। तो वहीं बलविंदर कौर सिद्धू ने ओपन मास्टर वूमेन कैटेगरी में दो सिल्वर मेडल जीते हैं। उक्त दोनों महिलाएं मां- बेटी हैं और दोनों ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया है पिछले लंबे समय से वह आर्म रैसलिंग की प्रैक्टिस कर रही है । बलविंदर कौर सिद्धू पिछले 3 सालों से प्रतियोगिता में भाग ले रही है तो माता जग़ प्रीत कौर सिद्धू ने पिछले 5 सालों से प्रतियोगिता में लिया है, लगातार अपने शहर बाजपुर और प्रदेश उत्तराखंड का नाम रोशन कर रही हैl जगप्रीत कौर सिद्धू तीन बार की स्टेट चैंपियन है और दो गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं और अब एशियाई आर्म रैसलिंग कप 2024 में सिल्वर मेडल जीता है। तो वहीं बलविंदर कौर सिद्धू ओपन वेट मास्टर्स कैटेगरी में नेशनल में एक गोल्ड और एक सिल्वर जीतने के साथ-साथ स्टेट चैंपियन भी रही है। उक्त दोनों महिला खिलाड़ी उत्तराखंड के बाजपुर के बन्ना खेड़ा की निवासी हैं। यही नहीं जग प्रीत कौर सिद्धू ने 2022 में रैंकिंग टूर्नामेंट में पांचवी रैंक प्राप्त की थी और पंजा लीग में इसी रैंक से उनका सिलेक्शन हुआ है। कोच्चि किड्स टीम की प्लेयर भी है। साथ ही उन्होंने बताया जगजीत सिंह और जसपाल सिंह धारीवाल के सहयोग से वह इस कामयाबी के आयाम तक पहुंची है। जगप्रीत कौर ने बताया कि उनके पति जसपाल सिंह धारीवाल इंडियन आर्मी में ऑन ड्यूटी हैं और वह हमेशा उन्हें आर्म रैसलिंग के लिए प्रेरित करते हैं और उनकी प्रेरणा से ही वह इस मुकाम तक पहुंची है वह उन्हें समाज में पुरुषों के बराबर का हक देते हैं और हर पुरुष को महिलाओं को इसी तरीके से समाज में बराबर का हक देना चाहिए ताकि समाज में महिला और पुरुष में कोई भेदभाव ना हो जिससे कि एक अच्छे समाज का निर्माण भी हो सके,ऐसे ही उनके शुभचिंतकों का साथ मिला तो वह और भी बड़े स्तर पर खेल कर अपने शहर और प्रदेश के साथ-साथ देश का अभी नाम रोशन करेंगी।